Frequently Asked Questions (FAQs)
प्रशन 1 – मैंने बिहार बोर्ड से इंटरमीडिएट परीक्षा उत्त्तीर्ण की है जहां मैंने पढाई हिंदी मीडियम से की है। ऐसे में कोचिंग में अंग्रेज़ी माध्यम समझने में मुझे कोई कठिनाई तो नहीं होंगी ?
उत्तर – क्लास रूम में पढाई का माध्यम अंग्रेज़ी व हिंदी दोनों होता है। वैज्ञानिक टर्म अनिवार्य रूप से अंग्रेज़ी में बोले जाते है। श्री मंगलम संस्थान के शिक्षकों का आज तक का अनुभव रहा है कि विधार्थी के लिए भाषा कोई समस्या नहीं बनती है फिर भी सशुरू के दिनों में कुछ – एक विधार्थियो के लिए यदि थोड़ी – बहुत समस्या होती भी है तो उसका समाधान क्लासरूम में ही तत्काल कर दिया जाता है।
प्रशन 2 – अगर पढाई के समय क्लासरूम में कोई बात समझ में न आये तो उसके लिए क्या प्रावधान है ?
उत्तर – इसके लिए हर शिक्षक स्वयं जागरूक रहता है और विधार्थियो को इस बात के लिए बराबर प्रेरित करता रहता है कि यदि उन्हें कोई बात समझ में नहीं आती है तो उसे तुरंत पूछे। विधार्थी अपनी शीट से हाथ उठाकर शिक्षक को प्रश्न पूछने का संकेत देता है और शिक्षक तुरंत उसी सयम उसकी समस्या का समाधान कर देता है। शिक्षण में इस बात का भी प्रावधान रखा गया है कि यदि क्लासरूम में किसी कारण से किसी समस्या का निकारण नहीं हो पता है तो विधार्थी उसके लिए क्लास सामाप्त होने के तुरत बाद सम्बंधित शिक्षक से सम्पर्क करे। उनसे परामर्श करे और जो भ्रम हो उसे दूर करे। किसी भी हालत में भ्र्म दूर कर के ही घर जाये। किसी भी भ्रम को कल के लिए न छोड़े। क्लास के बाद प्रत्येक विधार्थी को यह छूट रहती है की वह जितनी भी देर तक चाहे अपनी समस्या को ले कर शिक्षक से विचार विमर्श कर सकता है।
प्रशन 3 – अच्छी तैयारी के लिए किसी विधार्थी को क्लासरूम के अलावा कम से कम कितनी घंटे पढाई करनी चाहिए ?
उत्तर – अच्छी तैयारी को ध्यान में रखते हुए क्लासरूम के अलावा विधार्थी को कम से कम 6 से 7 घंटे पढाई को अपेछा की जाती है।
प्रशन 1 – क्या एंट्रेंस – परीक्षा दिए बिना भी श्री मंगलम संस्थान में एडमिशन मिल सकता है ?
उत्तर – श्री मंगलम संस्थान में डायरेक्ट एडमिशन के लिए (यानि बिना एंट्रेंस टेस्ट व्में बैठे) सिर्फ दो ही स्थितियो में संभव है:
1. जब किसी विधार्थी के दशवीं या बारहवीं क्लास में विज्ञानं विषय गणित में कम से कम 75 प्रतिशत नंबर हों।
अथवा
2. विधार्थी आई.आई.टी. जे.ई.ई. स्क्रीनिंग में क्वालीफायर किया हो।
प्रशन 2 –श्री मंगलम संस्थान का एंट्रेंस टेस्ट देने के लिए हमें क्या करना होगा ?
उत्तर – आपको एंट्रेंस टेस्ट देने के लिए संस्था का फॉर्म भरना होगा जो ‘श्री मंगलम संस्थान क्लासेज’ के रीसेप्शन से एक सौ रुपये भुगतान कर प्राप्त किया जा सकता है। अगर एंट्रेंस टेस्ट में आप चुन लिए जाते है तो उसी फॉर्म कइ माधयम से आपका एडमिशन हो जयेगा अर्थात अलग से कोई अड्मिशन फॉर्म नहीं भरना पड़ेगा ।
प्रशन 3 – अगर मैं डायरेक्ट एडमिशन (बिना एंट्रेंस टेस्ट में बैठे) की शर्ते पूरी करता हू तो मुझेश्री मंगलम संस्थान में एडमिशन के लिए क्या करना पडेगा ?
उत्तर – आपको श्री मंगलम संस्थान में एडमिशन के लिए फॉर्म लेना होगा जो श्री मंगलम संस्थान के रीसेप्शन से एक सौ रुपये भुगतान करने पर मिल जयेगा। पुरी तरह से फॉर्म भर कर एडमिशन फीस जमा करना होगा। एडमिशन फीस जमा करने के बाद ही विधार्थी को क्लास में बैठने की अनुमति मिलती है। एडमिशन फीस जमा किये बिना कोई भी विधार्थी क्लास ज्वाइन नही कर सकता है।
प्रशन 1 – क्या श्री मंगलम संस्थान में प्रवेश लेने के बाद मुझे कोई टेस्ट सीरीज ज्वाइन करनी चाहिए ?
उत्तर – नहीं और कतई नही। श्री मंगलम संस्थान के स्वतः टेस्ट सीरीज है। यह टेस्ट सीरीज अपने आप में पूर्ड है। इसमें टेस्ट की तिथियों (समय सारड़ी) के साथ ही परिडाम-घोसडा की तिथियों का भी उल्लेख है। इस टेस्ट सीरीज के साथ ही चैप्टर वॉइस टेस्ट भी लिए जाते है।
प्रशन 2 – प्रत्येक शोचिडिक वर्ष में चैप्टर वॉइस कितने टेस्ट होते है ?
उत्तर – चैप्टर वॉइस टेस्ट की संख्या अलग अलग हो सकती है, किन्तु प्रत्येक विषय में लगभग पचीस – पचीस चैप्टर वॉइस टेस्ट अवश्य लिए जाते है। इस प्रकार फिजिक्स, कमेस्ट्रिक तथा मैथमेटिक्स तीनो में कुल मिला कर लगभाग पचहत्तर टेस्ट लिए जाते है।
प्रशन 3 – किसी भी टेस्ट जा हल (सोल्युशन) कब मिलता है ?
उत्तर –श्री मंगलम संस्थान में टस्ट का हल (सलूशन) टेस्ट के तुरंत बाद उपलब्ध करा दिया जाता है।
प्रशन 4 – टेस्ट परिणाम (रिजल्ट) कितने दिनों में घोषित हो जाता है ?
उत्तर – चैप्टर वॉइस टेस्ट का परिणाम तीन दिनों के भीतर निश्चित रूप से उपलब्ध करा दिया जाता है।
प्रशन 5 – टेस्ट में किसी विधार्थी काक्या रैंक है, इनको जानने का क्या प्रावधान है ?
उत्तर – किसी भी टेस्ट का परिणामश्री मंगलम संस्थान के नोटिस बोर्ड़ पर लगा दिया जाता है। और यह रैंक वॉइस ही प्रदर्शित किया जाता है।
प्रशन 6 – क्या टेस्ट के परिणाम (रिजल्ट) की जानकारी अभिवावको को भी दी जाती है ?
उत्तर – हाँ। वर्ष में चार बार निम्न्लिखित क्रम में टेस्ट परिडाम की जानकारी अभिवावको को दी जाती है :- अगस्त का प्रथम सप्ताह, ओक्टुबर का प्रथम सप्ताह, दिसंबर का प्रथम सप्ताह, फ़रवरी का प्रथम सप्ताह।
प्रशन 1 –श्री मंगलम संस्थान के स्टडी मटेरियल के बारे में बताये और यह भी बताये की मुझे कोई और भी पत्राचार पाठ्यक्रम ज्वाइन करनी चाहिए ?
उत्तर –श्री मंगलम संस्थान के स्टडी मटेरियल का उपयोग क्लास रूम टीचिंग को मदद कर उसे और प्रभावी बनाने के लिए किया जाता है। इसका वही क्रम है जो क्लास रूम टटीचिंग का होता है।
प्रशन 2 – अन्य किसी पत्राचार पाठयक्रम या बाहरी स्टडी मटेरियल के बारे में आपका क्या रॉय है ?
उत्तर – कोई भी पत्राचार पाठ्यक्रम करने में सबसे बड़ी कठिनाई यह होती है की पत्राचार पाठ्यक्रम में जो कोर्स मटेरियल भेजा जाता है उसका तथा श्री मंगलम संस्थान के क्लास रूम टीचिंग में न ही समन्वय होता है और न ही कोई तारतम्य। ऐसी हालत में विधार्थी के सामने हमेशा यह असमंजस की स्थिति बनी रहती है की वह कौन से पाठ्यक्रम के क्रम (सीक्वेंस) का अनुपानल करे। फलस्वरूप विधार्थी के दिग्भ्रमित होने का भी खतरा रहता है। इसी कारण, विधार्थी को अन्य किसी पत्राचार-पाठयक्रम की कत्तई सलहा नही दी जाती है।
प्रशन 1 – कदाचित यदि कोई कैंडिडेट कोचिंग पर पैसे की पूरी तैयारी से नहीं आता है तो ऐसी हालत में उसे क्या सुविधा मिलेगी ? अर्थात (1) उसे प्रवेश पाने के लिए तत्काल कम से कम कितनी राशि देनी होगी ? (2) शेष राशि अदा करने के लिए कितना समय दिया जयेगा ?
उत्तर – कोचिंग में प्रवेश करने के लिए तत्काल कम से कम रू० 5,000 /- जमा करना होगा।
शेष राशि के लिए कैंडिडेट को अधिकतम 5 दिन का समय दिया जयेगा अर्थात उदाहरण के लिए यदि कोई विधार्थी पहली जून को प्रवेश लेता है तो शेष राशि उसे किसी भी दशा में 5 जून तक अवश्य जमा क्र देनी होगी।
प्रशन 2 – शुल्क का भुगतान किस प्रकार करना चाहिए ? (1)नकद कैश दिया जाये (2)लोकल चेक (3)बैंक ड्राफ्ट
उत्तर – भुगतान उक्त तीनो रूप में कर सकते है।
प्रशन 3 – क्या कोचिंग की फीस में किसी प्रकार की छूट या डिस्काउंट दिया जाता है ?
उत्तर – सामान्य रूप से ऐसा कोई प्रावधान नहीं है। किन्तु कुछ विशेष परिस्थितियों में दी जाने वाली हमारी प्रतोत्साहन योजना के अन्तर्गत विधार्थियो को छूट का लाभ मिल सकता है, जिसका विवरण (छूट के प्रतिशत को दिखते हुए) इस प्रकार है –
(a) वे विधार्थी जिन्होंनेश्री मंगलम संस्थान में पिछले वर्ष अध्ययन किया हो – 20%
(b) वे विधार्थी जिन्होंने आई.आई.टी.स्क्रीनिंग क्वालीफाई किया हो – 20%
(c) यदि एक ही माँ-बाप के दो या उससे अधिक बच्चेश्री मंगलम संस्थान अध्ययन कर रहे है तो प्रत्येक विधार्थी
को – 10% .
प्रशन 4 – मान लीजिये मैंने सी.बी.एस.ई. इंजीनियरिंग में इस वर्ष सफलता प्रप्राप्त कर लेता हूँ और उसकी कॉउंसलिंग अगस्त होती है। कॉउंसलिंग के बाद यदि मैं किसी इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन लेता हूँ तो क्या मेरी फीस वापस कर दी जाएगी ?
उत्तर – कॉउंसलिंग के बाद यदि आपका प्रवेश किसी इंजीनियरिंग कॉलेज में हो जाता है 2000/- प्रतिमाह तथा 2000/- रूपये प्रवेश शुल्क काट कर शेष राशि वापस कर दी जायेगी। मगर इसके लिए श्री मंगलम संस्थान के जरनल मनेजर को, आपको एक प्राथना पत्र देना होगा और उसी के साथ सम्बंधित इंजीनियरिंग कॉलेज में उपरांत वहां जमा की गयी फीस की मूल प्रति भी देखंना होगा।
प्रशन 5 –अगर मै अपनी किसी वक्तिगत समस्या के कारण कोचिंग बीच में छोड़ता हूँ तो क्या मेरी फीस वापस होगी ?
उत्तर – नहीं। कृपया एडमिशन लेने से पहले ही अच्छी तरह से सोच विचार कर ले। एडमिशन लेने के बाद किसी व्यक्तिगत समस्या के कारण कोई फीस वापसी नहीं होगी।
प्रशन 1 –श्री मंगलम संस्थान में शिछण प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओ हॉस्टल की सुविधा उपलब्ध करायी जाती है यदि हाँ, ? तो इसके प्रबंधन – दायित्व के बारे में बताये।
उत्तर – हाँ श्री मंगलम संस्थान में शिछण शिछण प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओ हॉस्टल की सुविधा उपलब्ध करायी जाती है श्री मंगलम संस्थान ऐसे छात्रावासों की मात्र जानकारी भी उपलब्ध करा देता है।
विशेष – हॉस्टल प्रबंधन से श्री मंगलम संस्थान का किसी प्रकार का कोई सम्बन्ध नहीं रहता है।
प्रशन 2 – छात्रावासों में किस प्रकार की सुविधाएँ उपलब्ध है ? सविवरण बताये।
उत्तर –श्री मंगलम संस्थान में शिछा प्राप्त करने वाले विधार्थियो (छात्र तथा छात्राओं) के लिए सुविधाजनक छात्रावास उपलब्ध है। इन छात्रावासों के सम्बन्ध में आवश्यक सूचनाएं निम्न प्रकार है :-
1. छात्रों तथा छात्राओं के लिए छात्रावास के वयवस्था अलग – अलग है।
2. ये छात्रावास कोचिंग के अत्यन्त समीप ह, जहाँ से पैदल चाल कर भी बहुत कम समय में कोचिंग पंहुचा जा सकता है।
3. छात्रावास में सभी जरुरी सुविधाओं से सम्पन हवादार कमरे है।
4. इन छात्रावासों में एकल (सिंगल सीट) तथा दो छात्रों के लिए युगल (डबल सीट ) कमरों की वयवस्था है। जो विधार्थी छात्रावास में न रह कर स्वतः अपने यक्तिगत कमरे या फ्लैट लेकर रहना चाहते है, उनके लिए भी श्री मंगलम संस्थान द्वारा इस सम्बन्धं में जानकारी उपलब्ध करा दी जाती है।